“कभी पागल बना देती , कभी काबिल बना दे वो “
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मुहब्बत जाम है ऐसा , जिसे पीते नहीं थकते ।
सुहाने पल वो ऐसे हैं , जिसे जीते नहीं थकते ।
कभी पागल बना देती , कभी काबिल बना दे वो,
उसी की आस में सातों , जनम बीते नहीं थकते ।
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वीर पटेल