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18 Nov 2021 · 1 min read

कभी किसी के विश्वास को – मुक्तक

कभी किसी के विश्वास को, तोड़ना ना तुम l
कभी किसी की आहों से रिश्ता, जोड़ना ना तुम ll
ये विश्वास की डगर होती है, बहुत ही नाजुक l
यूँ ही किसी अपने से रिश्ता, तोड़ना ना तुम ll

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 228 Views
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