कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं देखते हैं,,,,
क्या पता हक़ीक़त हीं कुछ और हों इंसान के लाइफ़ में प्राब्लम हों बहुत कुछ उसने देखा कैसे हालातों से गुज़रा हों वो आपसे हंस कर बात कर रहा हों क्या पता आप में वो थोड़ा ख़ुशी ढूंढने कि ज़िंदगी जीने कि एक वज़ह ढूंढ रहा हों,,,,
आपसे वो कुछ बता नहीं रहा तों इसका मतलब यह नहीं कि उसके लाइफ़ में कोई प्राब्लम हीं न हो,,,
इंसान को सिर्फ़ अपने हीं नजरिए से देखने कि कोशिश न करें एक बार उसको उसकी बातों को ग़लत समझने से पहले उससे पूछें उसके नज़रिए को भी समझें,,,,
कभी कभी वक्त हालात ऐसे होते हैं कि आप इंसान को तों ग़लत ठहरा देते हैं पर वो होता नहीं हैं,,,!!!