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18 Dec 2023 · 1 min read

कभी अंधेरे में हम साया बना हो,

कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
तो चले आना।

जब दिल की खामोशी मिटाना है,
तो चले आना।

तनहाई में एकांत ही पाएंगे अपने को,
तो चले आना।

राह में अभी कांटे हैं, फूल खिलने पर ही,
तो चले आना।

गौतम साव

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