कब बदले तकदीर
इंसानों की क्या पता, कब बदले तकदीर !
कौन ऋतू निर्धन करे, कर दे कौन अमीर !!
एक अमावस छोडकर ,बाकी सब दिन काम !
चंदा की तकदीर मे,……लिखा नही आराम !!
चाहे धन्ना सेठ हो,…………चाहे रहे गरीब !
हुआ सभी को एक सा,यारों कफन नसीब !!
रमेश शर्मा.