*……कब तक….. **
*……कब तक….. **
कब तक तुम छोटे छोटे सपनों से मुंह मोड़ोगे ?
कब तक तुम छोटी सी जिंदगी मे अपनी खुशियां तोड़ोगे ?
कब तक हर चीज केलीये,
तुम अपने आप को दोष देते रहोगे ?
कब तक तुम अपनी राह पर वहीं खडे रहोगे,
ऐ शक़्स यह पहली लड़ाई है तुम्हारी,
इसकी तैयारी में कब तक तुम हारोगे ?
सामने बहुत बड़ा मैदान है ,
कब उसे दिल लगाकर पार करोंगे,
कब तक…