Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Manoj Mahato
3 Followers
Follow
Report this post
7 Jun 2024 · 1 min read
कब तक छुपाकर रखोगे मेरे नाम को
कब तक छुपाकर रखोगे मेरे नाम को
मैं दिया हूॅं जल उठूंगा हर शाम को
Tag:
Quote Writer
Like
Share
61 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
23/125.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ
ऐसी दौलत और शोहरत मुझे मुकम्मल हो जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कटे पेड़ को देखने,
sushil sarna
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
Jyoti Khari
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
😊नया नारा😊
*प्रणय*
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
********* हो गया चाँद बासी ********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
Chunnu Lal Gupta
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
Opportunity definitely knocks but do not know at what point
Piyush Goel
क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे !
Ashok deep
*सत्ता कब किसकी रही, सदा खेलती खेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
बुंदेली दोहे- गुचू-सी (छोटी सी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"बस्तरिया पेय"
Dr. Kishan tandon kranti
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
कुछ लोग
Dr.Pratibha Prakash
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
If FEAR TO EXAMS is a Disease
Ankita Patel
"लौटा दो मेरे दिल की क़िताब को यूँहीं बिना पढ़े"
Mamta Gupta
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
रुपेश कुमार
मैं सफ़र मे हूं
Shashank Mishra
#मानवता का गिरता स्तर
Radheshyam Khatik
Loading...