कब आओगे कान्हा !
जब तक न लोगे कलयुग में ,
हे कान्हा ! तुम कल्कि अवतार .
झूठे ,पाखंडी साधू-संतो का ,
बढ़ता रहेगा अम्बार .
बढ़ता रहा अम्बार तो तुम्हारे ,
भोले-भले भक्तों की रक्षा कौन करेगा?
लूट -लूट कर यह पाखंडी दल ,
तुम्हारे देश को ,औ भक्तों को खा जाएगा .
तुम अवतार लो अति शीघ्र मेरे प्यारे भगवान् !
ताकि खुद को भगवन कहने वाले ,
ढोंगियो की बंद हो जुबां और दूकान.