Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

*कफन*

“कुछ ना साथ तेरे जाएगा
एक दिन सफेद चादर में लिपटा हुआ अस्तित्व
धुँध सा कहीं खो जाएगा
यह अहम्, अहंकार एक दिन
मिट्टी में मिल जाएगा
जिस देह पर तू इतराता फिर रहा
शमशान में जा कर
जलकर खाक हो जाएगा
जा कर ले मौज खुशियाँ मना ले
और यारों के साथ हँस लें हँसा लें
उस दुनिया में तेरे साथ कोई ना जाएगा
चाहे कितना तू सच से जी चुरा ले
कितना ही तू इस बात को हँसी में उड़ा लें
नसीब तेरा इस कफन से
ज्यादा ऊपर उठ ना पाएगा”✍🏻

Language: Hindi
1 Like · 41 Views
Books from Vaishaligoel
View all

You may also like these posts

लोन के लिए इतने फोन आते है
लोन के लिए इतने फोन आते है
Ranjeet kumar patre
एक ऐसा मीत हो
एक ऐसा मीत हो
लक्ष्मी सिंह
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
- परिवार आज कल टूट रहा -
- परिवार आज कल टूट रहा -
bharat gehlot
माटी के पुतले और न कर मनमानी
माटी के पुतले और न कर मनमानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सावन
सावन
Bodhisatva kastooriya
दीपावली
दीपावली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*बादलों की दुनिया*
*बादलों की दुनिया*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भारत देश महान है।
भारत देश महान है।
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
अमित
सफलता का मुकाम
सफलता का मुकाम
Avani Yadav
क्या लिखूँ
क्या लिखूँ
Dr. Rajeev Jain
गर्व और दंभ
गर्व और दंभ
Sanjay ' शून्य'
जा के बैठेगी अब कहां तितली
जा के बैठेगी अब कहां तितली
Dr fauzia Naseem shad
I've learned the best way to end something is to let it star
I've learned the best way to end something is to let it star
पूर्वार्थ
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"अनुवाद"
Dr. Kishan tandon kranti
उठ रहा मन में समन्दर क्यूँ छल रहा सारा जहाँ,
उठ रहा मन में समन्दर क्यूँ छल रहा सारा जहाँ,
अर्चना मुकेश मेहता
धड़कन की तरह
धड़कन की तरह
Surinder blackpen
खेल खिलाड़ी
खेल खिलाड़ी
Mahender Singh
*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
.
.
*प्रणय*
बातों बातों में!
बातों बातों में!
Jaikrishan Uniyal
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पश्चाताप के आंसू
पश्चाताप के आंसू
Sudhir srivastava
स्त्री की कहानी
स्त्री की कहानी
अनिल "आदर्श"
नियम पुराना
नियम पुराना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आखिर कब तक
आखिर कब तक
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...