कन्याभूर्ण हत्या
बेटों की चाहत में
बेटियों को कोख में मार दिया जाता हैं।
जिंदगी जीने से पहले ही
मौत का उपहार दिया जाता हैं।
बेटियों को बोझ समझते है जो ,
बेटो की करनी पर रो रहे है वो।
क्या कसूर है उस नन्ही सी कली का,
क्या लाभ हुआ उस मासूम की बलि का।
जिसने सिर पर ले लिया इस पाप का भार,
न हो सके जिंदगी भर ऐसे माँ -बाप का उद्धार।
मत बढ़ावा दो इस ऐसे कुकर्म को ,
रोक दो इस ऐसे अधर्म को ।
बेटियो के महत्त्व को समझना चाहिए ,
रोक दो इसे अब युग बदलना चाहिए।
अब युग बदलना चाहिए……
-डिम्पल खारी