कदम लडखडाये तो भी आगे चलना होता है
क़दम लडखडाये तो सम्भलना होता है
मंज़िल हो दूर फिर भी आगे चलना होता है
हर कदम पर गिराने वाले मिल ही जाते है
उनको पछाड़ मंज़िल की और बढ़ना होता है
कामयाबी नही मिलती हर कदम पर
कभी कभी असफलताओं को भी चखना होता है
डर जाते है अक्सर असफलताओं से
अपने अंदर विश्वास भरना होता है
हर एक कदम लक्ष्य की और ले जाता है
हर एक कदम पर सम्भल के चलना होता है
एक मकड़ी भी नही पाती मंज़िल बिना गिरे
गिर कर उठना और फिर सम्भलना होता है
हार के डर से प्रयास ही ना करो
ऐसे में तो मरना ही अच्छा होता है
कोशिश करने से ही तो मिट्टी सोना होता है
सफलता पाने के लिए कर्म का बीज़ बोना होता है
सफ़लता पाने के लिए नींदों को भी खोना होता है
बन्द आँखों से किसका सपना पूरा होता है
लड़खड़ाते कदमों को सम्भलना होता है
मंज़िल हो दूर तब भी राह में चलना होता है
भूपेंद्र रावत
4।08।2017