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21 May 2024 · 1 min read

कदम मिलाकर चलना होगा

१७)

” कदम मिलाकर चलना होगा ”

देश का गौरव वापस लाने
काम बड़ा करना होगा
चुप बैठ , नहीं कुछ होगा
क़दम मिलाकर चलना होगा ।

रोको आपस की मारधाड़ को
रोको बेबस पर अत्याचार को
धर्म के नाम पर प्रलाप रोकना होगा
क़दम मिलाकर चलना होगा ।

शिक्षा में करें समूल परिवर्तन
बदल डाले लिंग भेद का चिंतन
पोर्नोग्राफी की गंदगी को मिटाना होगा
क़दम मिलाकर चलना होगा ।

एक और एक मिलें तो
बन जाते हैं पूरे ग्यारह
मंज़िल पास आ ही जाती है
हाथ से हाथ मिले तो
ग्यारह वाला अमृत हमको पीना होगा
मेहनतकश बन जग को दिखालाना होगा
क़दम मिलाकर चलना होगा।

स्वरचित और मौलिक
उषा गुप्ता, इंदौर

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