इश्क़ कमा कर लाए थे...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
जिनके होंठों पर हमेशा मुस्कान रहे।
डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी