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27 Feb 2024 · 1 min read

कड़वाहट के मूल में,

कड़वाहट के मूल में,
होती नहीं मिठास ।
नफरत की इसमें सदा ,
उगे विषैली घास ।।
सुशील सरना / 27-2-24

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