Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2024 · 1 min read

कठिन पथ पर

गीतिका
~~
हमेशा राम का हम नाम लेंगे।
कठिन पथ पर नहीं विश्राम लेंगे।

अकेले राह कैसे कट सकेगी।
किसी का हाथ भी हम थाम लेंगे।

स्वयं जीवन सँवरता है यहां पर।
सभी को सँग सुबह से शाम लेंगे।

सभी से स्नेह करना है जरूरी।
हृदय में भावना निष्काम लेंगे।

बढ़ेंगे राह सेवा की अहर्निश।
सभी को साथ आठों याम लेंगे।

हमेशा हम चुनेंगे राह अपनी।
नहीं सर पर गलत इल्जाम लेंगे।

परिस्थितियां अगर विपरीत होंगी।
करेंगे श्रम सुखद परिणाम लेंगे।
~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

2 Likes · 1 Comment · 10 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
जीवन से ओझल हुए,
जीवन से ओझल हुए,
sushil sarna
अदा बोलती है...
अदा बोलती है...
अश्क चिरैयाकोटी
नाना भांति के मंच सजे हैं,
नाना भांति के मंच सजे हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
Vijay kumar Pandey
होरी के हुरियारे
होरी के हुरियारे
Bodhisatva kastooriya
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
मुझे हर वक्त बस तुम्हारी ही चाहत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
Vo yaad bi kiy yaad hai
Vo yaad bi kiy yaad hai
Aisha mohan
मुझे याद🤦 आती है
मुझे याद🤦 आती है
डॉ० रोहित कौशिक
शुभ धाम हूॅं।
शुभ धाम हूॅं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
VINOD CHAUHAN
हिंदी दिवस विशेष
हिंदी दिवस विशेष
Shubham Anand Manmeet
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
Shweta Soni
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
अर्चना मुकेश मेहता
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
पूर्वार्थ
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr .Shweta sood 'Madhu'
3044.*पूर्णिका*
3044.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम की मर्यादा
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram
सारी जिंदगी की मुहब्बत का सिला.
सारी जिंदगी की मुहब्बत का सिला.
shabina. Naaz
*साला-साली मानिए ,सारे गुण की खान (हास्य कुंडलिया)*
*साला-साली मानिए ,सारे गुण की खान (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
Rakshita Bora
" कौन मनायेगा बॉक्स ऑफिस पर दिवाली -फ़िल्मी लेख " ( भूल भूलेया 3 Vs सिंघम अगेन )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"हमारी खामी"
Yogendra Chaturwedi
😊सनातन मान्यता😊
😊सनातन मान्यता😊
*प्रणय*
"ओ मेरी लाडो"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...