कट्टर ईमानदार हूं
प्रिय दिल्ली वासियों,
आपने मेरी कट्टर ईमानदारी को देखते हुए मुझे भारी बहुमत से दिल्ली का मुख्य मंत्री बनाया, मैं अपनी कट्टर ईमानदारी से कोई भी सरकारी सुविधाओं का उपयोग नहीं करना चाहता था, पर आपके अति आग्रह पर मैंने नहीं चाहते हुए भी राजसी सुविधाएं ग्रहण कर लीं।आपकी सेवा करते रहते थक जाता था तो मैंने स्विमिंग पूल बनबा लिया। आप लोगों के कहने पर ही पुराने बंगले के रेनोवेशन में कई करोड़ लगाए ,जी हां आठ आठ लाख के तो पर्दे लगवाए हैं ताकि आपको अच्छा लगे।
मैंने शुकराना स्वरूप आम आदमी का ध्यान रखते हुए,आपको नई शराब नीति बनाई। जिसके फलस्वरूप आपको करोना के अवसाद से निकालने के लिए एक बोतल पर एक फ़ी देने का निर्णय लिया क्या ग़लत किया? आपका आनंद और माल की खपत दोनों बढ़ेगी उत्पादन बढ़ेगा देश आगे बढ़ेगा अब आप ही बताइए इसमें कहीं भ्रष्टाचार दिखाई देता है। देखिए अब ये लोग कह रहे हैं कि मैंने घोटाला किया है। अरे आप लोग तो जानते ही हैं कि मैं भ्रष्टाचार के कितने खिलाफ हूं, लोकपाल लाने की बात करता रहा हूं,पर आप लोगों के कारण नहीं लाया।इन लोगों ने मेरे पीछे ई डी को लगा रखा है,ये तो भ्रष्टाचारियों के पीछे लगाना चाहिए। ये लोग मुझे चुनाव में प्रचार को नहीं जाने दे रहे। जैसे तैसे मैं ई डी को चिठ्ठी लिखकर चुनाव में चला गया,अब इनका फिर से पेश होने का नोटिस आ गया, मुझे ध्यान भी नहीं लगाने दे रहे।इन लोगों ने मेरे दो तीन मंत्रियों सांसदों को इसी चक्कर में जेल में डाल दिया है। इस शराब नीति के संबंध में जो पूछना था इनसे पूछ तो लिया है, पता नहीं मुझे किस हैसियत से बुला रहे हैं। मेरी हैसियत तो कट्टर ईमानदार की है, आप ही बताइए कोई कट्टर ईमानदार कहीं भला पूछताछ को जाता है।मैं इतना कट्टर ईमानदार, ये मेरे ऊपर कैसे शक कर सकते हैं,अब ये मेरे पीछे पड़े हैं। ऐसे तो कोई भी ईमानदार व्यक्ति काम नहीं कर सकता।अब आप ही बताइए कि मैंने एक पर एक फ़ी देकर कौन सी गलती की है, मैं तो आपको खुश देखना चाहता हूं।
मेरे प्यारे मदिरा प़ेमीयो अभी तो मैं विपश्यना शिविर में ध्यान लगाने जा रहा हूं, ध्यान लगा कर देखूंगा कि अब इनसे कैसे बचा जाए। आप सब जानते हैं कि कि मैं कितना कट्टर ईमानदार हूं, ये लोग मुझे ही भ्रष्टाचारी बता रहे हैं,भला कोई इतना कट्टर ईमानदार भ्रष्टाचार कैसे कर सकता है।
मैं पूछताछ से थोड़े डरता हूं, मुझे तो आपकी फ़िक्र सता रही है। आपने देखा होगा कि मैं अन्ना जी का कितना बड़ा फालोअर हूं, अन्ना जी से भी ज्यादा ईमानदार हूं,मैं ध्यान लगा कर देखूंगा कि देखूंगा कि अन्ना जी अभी कहां हैं, ध्यान से देखूंगा कि अब नये नये तरीके से कैसे हम सबको आम आदमी को और क्या क्या फायदा पहुंचाया जा सकता है। कैसे इन जांच एजेंसियों से बचा जा सकता है उनसे राय मशविरा कर इस तथाकथित शराब घोटाले के संबंध में ई डी के सबालों का जबाब दूंगा।तब तक आप अपना बहुत ख्याल रखना।
आपका कट्टर ईमानदार अरविंद केजरीवाल