कटहल आदमी
कुछ साल पहले
ऊंघते-ऊंघते एक व्यक्ति पीएम बन गए थे
और इधर नायक फिल्म की भांति
सीएम बन गया है वो बल्लेबाज
न उनकी बात पुलिस सुनती है,
न जनतादरबार में जनता
सीएम होकरभी धरने पर बैठ जाते हैं
आखिर वो कटहल नहीं,
आम-आदमी है !
कुछ साल पहले
ऊंघते-ऊंघते एक व्यक्ति पीएम बन गए थे
और इधर नायक फिल्म की भांति
सीएम बन गया है वो बल्लेबाज
न उनकी बात पुलिस सुनती है,
न जनतादरबार में जनता
सीएम होकरभी धरने पर बैठ जाते हैं
आखिर वो कटहल नहीं,
आम-आदमी है !