कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
आई ना अब तलक तू मेरे मयार में।
सोचा था तुझको दुल्हन में अपनी बनाऊंगा ।
आधी उम्र मेरी बीत गई तेरे इंतज़ार में।।
Phool gufran
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
आई ना अब तलक तू मेरे मयार में।
सोचा था तुझको दुल्हन में अपनी बनाऊंगा ।
आधी उम्र मेरी बीत गई तेरे इंतज़ार में।।
Phool gufran