कई बरस बाद दिखोगे
कई बरस बाद दिखोगे
तुम कहीं-
और मैं खिल पडूंगा
बारह बरस में एक बार खिलने वाले
नीलकुरिंजी के फूलों की तरह।
तब तलक के
सारे बसंत
बेअसर जाएंगे मुझपे।।
कई बरस बाद दिखोगे
तुम कहीं-
और मैं खिल पडूंगा
बारह बरस में एक बार खिलने वाले
नीलकुरिंजी के फूलों की तरह।
तब तलक के
सारे बसंत
बेअसर जाएंगे मुझपे।।