Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 1 min read

कई चेहरे

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जीवन में कई बार ऐसा मुकाम आ जाता है की हम किस अपने पर ऐतबार करें और किस पर नहीं यह समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है क्यूंकि बुरे वक़्त के इस दौर में हर चेहरे के पीछे कई चेहरे नजर आते हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक समय ऐसा आता है जब हमारी आँखें बात बात में भर आती हैं ,जहाँ अपनों से बातें नहीं के बराबर रह जाती हैं ,समझ ही नहीं आता की वास्तव में समय ही गलत चल रहा है मैं ही पूर्णतया गलत और बुरा हूँ …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो भी व्यक्ति किसी अपने का दिल तोड़ कर किसी और रिश्ते में ख़ुशी खोजते हैं ,आगे चल कर अक्सर वो धोखा खाते हैं …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की वक़्त कई बार ऐसे मुकाम ला देता है या कहूँ की मजबूरी कई बार कुछ ऐसा कराती है जहाँ अपनों से ही अपनों की बुराई करनी पड़ती है – सुननी पड़ती है – राजनीती खेली जाती है और लोगबाग ये सब करते हुए कई गलतफहमियों में जीते रहते हैं …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
Tag: लेख
375 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दूसरों की आलोचना
दूसरों की आलोचना
Dr.Rashmi Mishra
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
पूर्वार्थ
पता ना चला
पता ना चला
Dr. Kishan tandon kranti
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
गुरु पूर्णिमा आ वर्तमान विद्यालय निरीक्षण आदेश।
गुरु पूर्णिमा आ वर्तमान विद्यालय निरीक्षण आदेश।
Acharya Rama Nand Mandal
क्योंकि मैं किसान हूँ।
क्योंकि मैं किसान हूँ।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
2638.पूर्णिका
2638.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
चुनाव 2024
चुनाव 2024
Bodhisatva kastooriya
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
Dr fauzia Naseem shad
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
Vishal babu (vishu)
बोझ हसरतों का - मुक्तक
बोझ हसरतों का - मुक्तक
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
sushil sarna
....ऐ जिंदगी तुझे .....
....ऐ जिंदगी तुझे .....
Naushaba Suriya
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
■ यादगार लम्हे
■ यादगार लम्हे
*Author प्रणय प्रभात*
विद्याधन
विद्याधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
The Earth Moves
The Earth Moves
Buddha Prakash
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
Loading...