कंकाल
मेरा मकान अब मेरा नहीं रहा,
खाली हो गया है बसेरा नहीं रहा।
खुदगर्ज चोर सब लूट ले गए,
ज़िंदगी की राह में सवेरा नहीं रहा।।
मेरा मकान अब मेरा नहीं रहा,
खाली हो गया है बसेरा नहीं रहा।
खुदगर्ज चोर सब लूट ले गए,
ज़िंदगी की राह में सवेरा नहीं रहा।।