नारी तेरा बहुत बड़ा सम्मान
बहुत बड़ा सम्मान।
नारी तेरा बहुत बड़ा सम्मान।
तु जननी है राम कृष्ण की
नानक, ईशा ध्रुव प्रहलाद की
गांधी, तिलक, शिवाजी जन्मे
बन तेरी सन्तान।
तेरा बहुत बड़ा सम्मान।
ममता करुणा, प्रेम बटोरे
आँचल मैं वात्सल्य भरे तुम।
राग द्वेष से ऊपर हो कर
मानव सृजन का साधन हो तुम
करती नेह समान।
तेरा बहुत बड़ा सम्मान।
भगनी बन कर भार्या बन कर
प्रयेसी बनकर माता बन कर
हो कर एक अनेक रुप धर
करती नर उत्थान।
तेरा बहुत बडा सम्मान।
सबलों में सबसे सबला हो
अबला कहना है बेमानी।
सहभागी हो हर सुख दुख मैं
पुरुष सदा तेरा आभारी।
तेरे कृत्य महान।
तेरा बहुत बड़ा सम्मान।
नारी तेरा बहुत बड़ा सम्मान।
-सतीश सृजन, लखनऊ.