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16 Aug 2024 · 1 min read

औरों का अपमान

कुंडलियां छंद
जितना चाहे कीजिए,औरों का अपमान ।
करें नही पर भूलकर, दुर्जन का सम्मान ।
दुर्जन का सम्मान,बुलाते अपने दुर्दिन ।
कर देगा बरबाद, आपको ही वो इक दिन।
करिए उनसे प्यार, करो मत लेकिन इतना।
हर लेगा वो मान, आपने पाया जितना ।।
रमेश शर्मा.

1 Like · 21 Views
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