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2 Nov 2021 · 1 min read

औरत ही औरत की दुश्मन …

आज के समय में औरत औरत की नहीं होती ,
मां बेटी की ,बेटी मां की नहीं होती ।
बहने बहनों की नहीं होती ।
सास बहू की और बहु सास की नहीं होती ।
ननदें भाभी की नहीं और भाभी ननदों की नहीं होती ।
दफ्तरों में महिला सहकर्मी एक दूजे की हितेषी नही होती ।
राजनीति में भी महिला नेता सदा दूसरी महिला नेता
की कब्र खोदने में लगी रहती है।
इसीलिए नारियां अक्सर पुरुष सत्तामकता का दंश ,
झेलती है ।क्योंकि इनमें एकता नहीं होती।

Language: Hindi
1 Like · 325 Views
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