ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी..
ओ बैरिया तेरी …बैरन प्यासी …2
बहुत दिनों से दर नहीं भटके ..
बैरन रहत उदासी ….
ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी ..2
दिन बतियों के बीत गए हैं ..
बहुत तुम्हें हम याद किये हैं ।
अब तो आजा ..याद में तेरी ..
हमने भी ढेरों जुल्म सहे हैं ।।
ओ बैरिया तेरी .. बैरन प्यासी …2
याद तुझे क्या अब नहीं आती ..
कहता था पहले क्यों जल्दी आती ।
विरह में तेरी …..सजना हमने
लाखों आंसू पिये हैं ।।
ओ बैरिया तेरी ..बैरन प्यासी ..2
हुई जोगिनी तेरे प्यार में .
तूने भी मुझको राह में छोड़ा ।
तुझसे प्यार का मिला सिला ये ..
शिकवे – गिले गैरों से हैं ।।
ओ बैरिया तेरी …बैरन प्यासी ..2
बहुत दिनों से..दर नहीं भटके ..2
बैरन रहत उदासी … ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी…