ओ बेवफा!
मत रोओ तुम उन बेवफाओं के लिए,
जलाती शुष्क रूखी हवाओं के लिए।
बाग उजाड़ मुस्कराक जोे निकल गई,
छोड़ इंतजार ऐसी सदाओं के लिए।
मत रोओ तुम उन बेवफाओं के लिए,
जलाती शुष्क रूखी हवाओं के लिए।
बाग उजाड़ मुस्कराक जोे निकल गई,
छोड़ इंतजार ऐसी सदाओं के लिए।