ओवर पज़ेसिव होना कितना उचित ?
अपने रिश्ते में अपने साथी के प्रति
या कोई अन्य रिश्ते के प्रति पज़ेसिव
होना जहाँ आपके प्रेम भाव को
अभिव्यक्त करता है वहीं आपका
ओवर पज़ेसिव होना आपके कमज़ोर
व्यक्तित्व और कमज़ोर रिश्ते की नींव
को अभिव्यक्त करता है, और वैसे भी
रिश्ता हो या कोई चीज़ हर चीज़ अपनी
हद में अच्छी लगती है और अपनी हद
से बाहर निकलने वाली चीज़ अपना
महत्व खो देती हैं, इसलिए अपने रिश्ते
में आवश्यक संतुलन बना कर रखें,ओवर
पज़ेसिव होना नारी हो या पुरुष दोनों के
लिए किसी भी रूप में सही नहीं,रिश्ते
वही कामयाब होते हैं जहाँ पर दो लोग
खुल कर अपने सुख-दुःख एक दूसरे से
सांझा करते हो, एक दूसरे का सम्मान
करते हो एक दूसरे की इच्छाओं को सम्मान
देते हो,विश्वास का वो अटूट रिश्ता हो जो
कभी न टूटे,अपनी खुशी के लिए अपनी
आत्म संतुष्टि के लिए अपने रिश्ते को दांव
पर लगाना उचित नहीं, अपने रिश्तों में
ओवर पज़ेसिव होने से हमेशा बचे अपना
जीवन जिए और अपने साथी को भी जीने दे।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद