Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2017 · 1 min read

ओछी राजनीती

“अफ़सोस है की हम इतने बेशर्म हो गए
भारतीय होने से पहले हिन्दू मुस्लमान हो गए !
जिधर देखो बस विरोध की ही आग है ,
चारों ओर फैले राजनीतिक जालसाज हैं !
हवा के रुख के साथ बदलते इनके मिजाज हैं ,
ये कल हिन्दू तो आज मुस्लमान हैं !
इतनी जल्दी तो गिरगिट भी रंग नई बदलते हैं ,
जितनी जल्दी ये भगवा से हरा हो जाते हैं !
अरे राजनीती की चकाचौंध में ये इतने अंधे हो जाते हैं !
की घुसपैठिओं को भी घर में रखने की सलाह दे डालते हैं !
घुसपैठियों के लिए मानवता याद आजाती है ?
जेनयू के लिए असहिष्णुता याद आजाती है ?
फ्रीडम ऑफ़ स्पीच के नाम पे अवार्ड वापसी गैंग आजाती है ?
आतंकी की लाश पे रोने के लिए पूरा
हुजूम उमड़ पड़ता है ?
एक त्यौहार मनाने के लिए दूसरा त्यौहार रोका जाता है ?
अरे देश को मतिभ्रस्ट करना बंद करो साहब ,
ये जनता है इसको सब कुछ समझ आता है !
और जिनको समझ नहीं आता है ,
उनको देश से बाहर का रास्ता दिखाया जाता है !
अब भी वक़्त है अपनी आँखे खोल लो ,
वन्देमातरम और जन गण मन बोलना सीख लो !
नहीं तो तुम्हारे अकल को ऐसा ठिकाने लगाएंगे ,
हिंदुस्तान से सीधे पाकिस्तान भेज के आएंगे !!”

( पूजा सिंह )

Language: Hindi
326 Views

You may also like these posts

ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
जबकि हकीकत कुछ और है
जबकि हकीकत कुछ और है
gurudeenverma198
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
विकास शुक्ल
विज्ञान और मानव
विज्ञान और मानव
राकेश पाठक कठारा
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
Rj Anand Prajapati
*आदमी में जानवर में, फर्क होना चाहिए (हिंदी गजल)*
*आदमी में जानवर में, फर्क होना चाहिए (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुझे हो गया है तुमसे प्यार,
मुझे हो गया है तुमसे प्यार,
Jyoti Roshni
मुस्कान
मुस्कान
पूर्वार्थ
छुटकारा
छुटकारा
Rambali Mishra
आभ बसंती...!!!
आभ बसंती...!!!
Neelam Sharma
वक्त
वक्त
Atul "Krishn"
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
डोर आस्था की
डोर आस्था की
इंजी. संजय श्रीवास्तव
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
याद  करने  पर याद  करता  है ,
याद करने पर याद करता है ,
Dr fauzia Naseem shad
माँ और हम
माँ और हम
meenu yadav
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
Sonam Puneet Dubey
बूँदों के कायदे...
बूँदों के कायदे...
Vivek Pandey
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
" तरीका "
Dr. Kishan tandon kranti
एक दिया..
एक दिया..
TAMANNA BILASPURI
तुम तो साजन रात के,
तुम तो साजन रात के,
sushil sarna
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
🙅ताज़ा सलाह🙅
🙅ताज़ा सलाह🙅
*प्रणय*
छोड़ो नफरत और अदावट....
छोड़ो नफरत और अदावट....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कई खयालों में...!
कई खयालों में...!
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...