Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2017 · 1 min read

ऐ सुनो!!

ऐ सुनो!!
मुझको कुछ कहना है,
संग तुम्हारे रहना है।
डोर संग पतंग सा,
गीत संग तरंग सा।
नींद संग ख़्वाब सा,
कातिब संग क़िताब सा।
तारों संग क़मर सा,
पत्तों संग शज़र सा।
दिल के संग धड़कन सा,
नयनों संग चितवन सा।
जिस्म संग जान सा,
नक़्श संग पहचान सा।
मुझको यही कहना है,
संग तुम्हारे रहना है।
ऐ सुनो!!

(विवेक बिजनोरी)

Language: Hindi
571 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Loading...