Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2024 · 1 min read

ऐ भाई ऐ तनी देखके चलअ

ऐ भाई ऐ
तनी देखके चलअ
भीड़-भाड़ में
तनी रोकके चलअ…
(१)
सावधानी हटी
दुर्घटना घटी
फिर का होई
तनी सोचके चलअ…
(२)
आगे-पीछे
दाएं-बाएं
ख़तरा बाटे
तनी ठीक से चलअ…
(३)
मौत से नीमन
देरी होला
जोश छोड़के
तनी होश में चलअ…
(४)
बाट जोहत होई
घर-परिवार
हारन के आवाज़
तनी सुनके चलअ…
#geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#शराबी #शराब #नशा #सफर
#RoadAccident #traffic
#यातायात #रोड #यात्रा #सुरक्षा
#यातायात_पुलिस #चेतावनी

19 Views

You may also like these posts

मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
हम बस भावना और विचार तक ही सीमित न रह जाए इस बात पर ध्यान दे
हम बस भावना और विचार तक ही सीमित न रह जाए इस बात पर ध्यान दे
Ravikesh Jha
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी
पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
स्वामी विवेकानंद जयंती पर
स्वामी विवेकानंद जयंती पर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
■ जय लोकतंत्र■
■ जय लोकतंत्र■
*प्रणय*
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
आओ बाहर, देखो बाहर
आओ बाहर, देखो बाहर
जगदीश लववंशी
नंद के घर आयो लाल
नंद के घर आयो लाल
Kavita Chouhan
Dr arun कुमार शास्त्री
Dr arun कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
शिव प्रताप लोधी
गर्दिश-ए-अय्याम
गर्दिश-ए-अय्याम
Shyam Sundar Subramanian
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
कवि रमेशराज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
Anamika Tiwari 'annpurna '
पर्वत और गिलहरी...
पर्वत और गिलहरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गरीबों की जिंदगी
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*युगपुरुष महाराजा अग्रसेन*
*युगपुरुष महाराजा अग्रसेन*
Ravi Prakash
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
"पैमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
"क्यूं किसी को कोई सपोर्ट करेगा"
Ajit Kumar "Karn"
4405.*पूर्णिका*
4405.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल यूं ही बे’क़रार लगता है ,
दिल यूं ही बे’क़रार लगता है ,
Dr fauzia Naseem shad
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
दर्द कितने रहे हों, दर्द कितने सहे हों।
दर्द कितने रहे हों, दर्द कितने सहे हों।
श्याम सांवरा
मत का दान नहीं मतदान
मत का दान नहीं मतदान
Sudhir srivastava
महंगाई एक त्यौहार
महंगाई एक त्यौहार
goutam shaw
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
तू मेरी रोशनी मैं तेरा दीपक हूं।
तू मेरी रोशनी मैं तेरा दीपक हूं।
Rj Anand Prajapati
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
Loading...