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21 Jul 2022 · 1 min read

ऐ ज़िन्दगी तुझे

ऐ ज़िन्दगी
तुझे ख़ोकर ही
ज़िन्दगी समझी
गुज़रते वक़्त के
लम्हों की
अहमियत समझी
जो आज है,
वही बस
आज है अपना
कहां किसी ने
इस बात की
अहमियत समझी ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
11 Likes · 679 Views
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