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31 May 2024 · 1 min read

ऐसे ही चले जाना है l

मिट्टी के शरीर को ,
एक दिन खाक हो जाना है l
जिसमें जन्म लिया है ,
उसी में मिल जाना है l
जोड़े कितना ही यह धन ,
साथ कुछ नहीं जाना है l
शरीर ने आत्मा को छोड़ कर जाना है ,
जिस मोह से बंधे ये रिश्ते ,
वे भी यह रह जाने है l
नंग -धडंग आये थे ,
ऐसे ही चले जाना है l

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