ऐसे में याद आता है खुदा
मुंह से निकली
आवाज कोई नहीं
सुनता
दिल की धड़कन
कौन सुनेगा
इस दुनिया की भीड़ में
शोर है इतना कि
हर आवाज दब गई है
ऐसे में याद आता है
खुदा
यकीन है मुझे
वह मेरे दिल की आवाज को तो
छोड़ो
मेरी रूह की खामोशी को भी
सुनेगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001