Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2021 · 1 min read

ऐसे में तुम मुझे मिल गए

मेरी ज़िंदगी जब
उदास थी
ऐसे में तुम मुझे
मिल गए!
किसी दिलरूबा की
तलाश थी
ऐसे में तुम मुझे
मिल गए!!
सभी तकलीफों
का सिला
मुझे तेरे रूप में
है मिला!
अपने आपसे रूह
निराश थी
ऐसे में तुम मुझे
मिल गए!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
Tag: गीत
186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मौन के प्रतिमान
मौन के प्रतिमान
Davina Amar Thakral
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
आज़ यूं जो तुम इतने इतरा रहे हो...
आज़ यूं जो तुम इतने इतरा रहे हो...
Keshav kishor Kumar
नीलामी हो गई अब इश्क़ के बाज़ार में मेरी ।
नीलामी हो गई अब इश्क़ के बाज़ार में मेरी ।
Phool gufran
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
গাছের নীরবতা
গাছের নীরবতা
Otteri Selvakumar
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4195💐 *पूर्णिका* 💐
4195💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
Kanchan Alok Malu
जीवन भर मर मर जोड़ा
जीवन भर मर मर जोड़ा
Dheerja Sharma
मायका
मायका
Dr. Pradeep Kumar Sharma
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
दिल
दिल
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सबके संग रम जाते कृष्ण
सबके संग रम जाते कृष्ण
Pratibha Pandey
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
बुदबुदा कर तो देखो
बुदबुदा कर तो देखो
Mahender Singh
अपने तो अपने होते हैं
अपने तो अपने होते हैं
Harminder Kaur
जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
हिमांशु Kulshrestha
*प्रेम बूँद से जियरा भरता*
*प्रेम बूँद से जियरा भरता*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
SC/ST HELPLINE NUMBER 14566
SC/ST HELPLINE NUMBER 14566
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
करते सच से सामना, दिल में रखते चोर।
करते सच से सामना, दिल में रखते चोर।
Suryakant Dwivedi
"प्लेटो ने कहा था"
Dr. Kishan tandon kranti
वैसे किसी भगवान का दिया हुआ सब कुछ है
वैसे किसी भगवान का दिया हुआ सब कुछ है
शेखर सिंह
थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!!
थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!!
Ravi Betulwala
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
Manisha Wandhare
कहानी हर दिल की
कहानी हर दिल की
Surinder blackpen
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...