ऐसे ना मुझको तुम तड़पाया करो।
? ? ? ?
ऐसे ना मुझको तुम तड़पाया करो।
याद आने से पहले आ जाया करो।
देख आया है सावन रंगीला सनम,
करके वादा यूँ तुम ना भुलाया करो
दूरियों की आग में यूँ सुलगती है जाँ,
नेह-अमृत कलश का छलकाया करो
दिल तड़पता है मेरा तेरी याद में,
दूर जा कर मुझे ना आजमाया करो
अगर खता हो गई तो दो सजा मुझे
पास रहकर दूरियां ना बढ़ाया करो
रूह-से-रूह का अपना रिश्ता सदा,
दाग रूहानी रिश्तों पे ना लगाया करो
लौट आऔ सनम अब आखरी साँस है,
अपने दिवाने को ना सताया करो।
? ? ? ? -लक्ष्मी सिंह ? ☺