ऐसी मुरली बजाए मेरा श्याम/मंदीप
ऐसी मुरली बजाए मेरा श्याम,
सब के दिलो को मिले आराम।
कोई बोले कन्हा कोई बोले गोबिन्द,
मेरे श्याम के है अनेको नाम।
रखना दिल में श्याम को दिल में,
तभी बनेगे तेरे बिगड़े हर एक काम।
रहे सब प्यार से मिल जुल कर,
पिला दो सब को प्यार का जाम।
रहे मंदीप हमेसा श्याम के चरणों में,
लेता रहे नाम तुम्हारा रात दिन, सुबह और शाम।
#मंदीपसाई