Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2021 · 1 min read

ऐसा कुछ हम कर पाएंगे

ऐसा कुछ हम कर पाएंगे

शायद सच है दुनिया निष्ठुर, अपनी परवाह नहीं किसीको,
पर हम ही सबकी चिंता में कैसे घुट घुट जी पाएंगे…

खुद को ही अब ढंग से पढ़ लें दुनिया रंगों में रंग लें,
अंतर की आवाज को ढक लें होगा जो देखे जाएंगे…

ख़ुद ही खुद से प्यार करेंगे इतर नहीं सोचेंगे ज्यादा,
स्वार्थ भरे दुनिया के सांचे, हम भी उसमें ढल जाएंगे…

बहुत दिनों से सोच रहा हूँ, कर लूँ ख़ुद को अब परिवर्तित,
पर “भारत” विश्वास नहीं है ऐसा कुछ हम कर पाएंगे…

भारतेन्द्र शर्मा “भारत”
धौलपुर, राजस्थान

4 Likes · 2 Comments · 331 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अलसाई सी तुम
अलसाई सी तुम
Awadhesh Singh
* सुहाती धूप *
* सुहाती धूप *
surenderpal vaidya
विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
Ajit Kumar "Karn"
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
Keshav kishor Kumar
"खेल-खिलाड़ी"
Dr. Kishan tandon kranti
रोबोटयुगीन मनुष्य
रोबोटयुगीन मनुष्य
SURYA PRAKASH SHARMA
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
देसी घी से टपकते
देसी घी से टपकते
Seema gupta,Alwar
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
Jogendar singh
3249.*पूर्णिका*
3249.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
©️ दामिनी नारायण सिंह
😊कामना😊
😊कामना😊
*प्रणय*
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
Sunil Maheshwari
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Topnhacai
यह लड़ाई है
यह लड़ाई है
Sonam Puneet Dubey
I Fall In Love
I Fall In Love
Vedha Singh
बेज़ार होकर चले थे
बेज़ार होकर चले थे
Chitra Bisht
किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व पार्टी से कही बड़ा होता है एक
किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व पार्टी से कही बड़ा होता है एक
Rj Anand Prajapati
क्या ख़रीदोगे
क्या ख़रीदोगे
पूर्वार्थ
लड़ो लड़ाई दीन की
लड़ो लड़ाई दीन की
विनोद सिल्ला
कभी सोचा हमने !
कभी सोचा हमने !
Dr. Upasana Pandey
अवसर
अवसर
संजय कुमार संजू
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
VINOD CHAUHAN
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
```
```
goutam shaw
राखी
राखी
Vandana Namdev
नए सफर पर चलते है।
नए सफर पर चलते है।
Taj Mohammad
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...