ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,
ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,
तेरे ही जैसा है मेरे महबूब का चेहरा,
तुझे देख उसकी बहुत याद आती है..❣️❣️❣️
विशाल बाबू ✍️✍️
ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,
तेरे ही जैसा है मेरे महबूब का चेहरा,
तुझे देख उसकी बहुत याद आती है..❣️❣️❣️
विशाल बाबू ✍️✍️