Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

ए मेरे प्यारे वतन !

तेरे हाथों की लकीरों से बदनसीबी को मिटा देंगें,
देकर अपना लहू तेरी तकदीर हम संवार देंगे ।

तेरी आँखों से बहते इन आंसुओ की कसम,
अब न तुझे रोने देंगे ,तेरे सारे आंसू हम पी लेंगें ,

तेरा हुस्न औ जवानी ना लौटा दे जब तक तुझे,
हम तब तक चैन ओ सुकून से दम ना ले सकेंगे।

घात लगाकर जो बैठे है दुश्मन घेरे हुए है तुझको,
देखना ऐसे दुश्मनों को हम नाकों चने चबवाएंगे ।

चाहे हों हम किसी भी जाति,धर्म और प्रांत के वासी ,
हम एक थे ,हम एक हैं और हम सदा एक ही रहेंगे।

तू है हमारा स्वाभिमान और हमारी जान “ए वतन” ,
जान देकर भी तेरा सर न कभी झुकने हम देंगे ।

” अनु” की जिंदगी की सदा एक ही छोटी सी आरजू,
हमारा वतन अमर रहे युगों युगों तक यही दुआ करेंगे।

2 Likes · 367 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
रिश्तों की बंदिशों में।
रिश्तों की बंदिशों में।
Taj Mohammad
लम्हें यादों के.....
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
sushil sarna
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
डॉ० रोहित कौशिक
3242.*पूर्णिका*
3242.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दर्द आंखों से
दर्द आंखों से
Dr fauzia Naseem shad
परिवार हमारा
परिवार हमारा
Suryakant Dwivedi
राम का आधुनिक वनवास
राम का आधुनिक वनवास
Harinarayan Tanha
खाली सड़के सूना
खाली सड़के सूना
Mamta Rani
പൈതൽ
പൈതൽ
Heera S
#गम ही मेरा साया
#गम ही मेरा साया
Radheshyam Khatik
If you ever need to choose between Love & Career
If you ever need to choose between Love & Career
पूर्वार्थ
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*प्रणय प्रभात*
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
"नसीबे-आलम"
Dr. Kishan tandon kranti
खुद को खुद से मिलाना है,
खुद को खुद से मिलाना है,
Bindesh kumar jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
gurudeenverma198
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पूस की रात।
पूस की रात।
Anil Mishra Prahari
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जो सुनना चाहता है
जो सुनना चाहता है
Yogendra Chaturwedi
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...