ए मेरे अयोध्या वासी
ए मेरे अयोध्या वासी तुम लौट अवध को जाओ
ना देर करो से फायदा तुम अपना फर्ज निभाओ
तुम मानो मेरा कहना ना हठ अच्छी है ज्यादा
रघुकुल की रीत निभाए हम सबकी ये मर्यादा
है मात पिता मेरे गम में तुम उनकी धीर बंधाओ
ना देर करो……
है भाई भरत नानके तुम जल्दी उन्हें बुलवाना
गर याद करे वह हमको तुम सब उनको समझाना
कर मात पिता की सेवा फल उत्तम है वह पावों
ना देर करो …..
बलदेव सिंह का कहना जो अदना दास तुम्हारा
दिन चैन अमन से गुजरे हो आशीर्वाद तुम्हारा
सह कुशल लौट मैं आऊं तुम लौ ईश्वर में लावों
ना देर करो……