एहसास
एक आश लगी जो तुझसे, सार नदी में डूब रहीं
अपनी नई कहानी सारी, चर्चा में वह खूब रहीं
सपने दफ़न निराले अपने, ख्वाबों में मजबूरी थी
आस – पास में रह करके, लाखों कदम की दूरी थी
याद तुम्हारी शीने में थीं, नजरों में तस्वीरे थी
धड़कन की कथा कहूँ क्या, प्रेम की मेरी पीरे थी
संजीवनी बूटी का वादा, वादा मेरा टूटे ना
छूट गए लम्हे सब पीछे, यादें तेरी छूटे ना
नव जीवन के नई विधा का, एक अवलोकन दे देना
अपने मुखर बिंदु की वाणी, दो शब्दों में कह देना
नव निर्वाण हमारा सारा, नाम तुम्हारा हो जाएं
बीजक में संगीत शब्द का, बोध हमारा हो जाएं