एहसास
मेरे दर्द का एहसास तो किसी को नहीं ,
हर शख्श बस दर्द देने में लगा है , किसी को जगह दिमाग में नहीं दिल में देनी चाहिए , दिल के रिश्ते कभी टूटा नहीं करते ,
अपनी सहूलियत के लिए इस्तेमाल नहीं ,
कुछ रिश्तों की क़ैफ़ियत समझ के उनको निभाना चाहिए |
द्वारा – नेहा ‘आज़ाद’