ए’तिबार रहा
मुझ को तो इंसानों से प्यार रहा,
सब को दौलत का इंतिज़ार रहा ।।
मैंने क्या सोचा और क्या चाहा,
इस पे किस का ए’तिबार रहा ।।
#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️
मुझ को तो इंसानों से प्यार रहा,
सब को दौलत का इंतिज़ार रहा ।।
मैंने क्या सोचा और क्या चाहा,
इस पे किस का ए’तिबार रहा ।।
#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️