एक ही सवाल के हज़ारों जवाब मिलते हैं
एक ही सवाल के हज़ारों जवाब मिलते हैं
हज़ार जवाबों में लाखों सवाल मिलते हैं
बहुत मुश्किल से मिलता है यहाँ दिल किसी से
कहाँ ज़माने में सभी से ख़याल मिलते हैं
बहुत थकाया है खुद को गहरी नींदों की ख़ातिर
मुझको तो ख्वाबों में भी ख्वाब मिलते हैं
ख्वाहिशें चाँद पर जाने की हैं तो सुनो
उसमें भी गड्ढे तो कहीं पहाड़ मिलते हैं
सुर में सुर मिल गया माना दिल भी महक गया
मिट्ठू पालने से क्या राज़दार मिलते हैं
आज के दौर में हर मर्ज़ की दवा है मगर
दिल के रोग तो अब भी लाइलाज़ मिलते हैं
ज़िंदा इंसान कोई तो दिखलाओ ‘सरु’ को
सजे- सँवरे चलते- फिरते मज़ार मिलते हैं