Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2024 · 1 min read

एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम

एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयामों से बहार भी झांकना चाहिए, जीवन के विविध रंग और पक्षों के प्रति जिज्ञासा होनी ही चाहिए….!

158 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
परिवार
परिवार
Neeraj Agarwal
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
Dr fauzia Naseem shad
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ना प्रेम मिल सका ना दोस्ती मुकम्मल हुई...
ना प्रेम मिल सका ना दोस्ती मुकम्मल हुई...
Keshav kishor Kumar
3291.*पूर्णिका*
3291.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
उम्मीद
उम्मीद
Pratibha Pandey
सु
सु
*प्रणय*
आजकल के परिवारिक माहौल
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
आज का रावण
आज का रावण
Sanjay ' शून्य'
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
P S Dhami
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ लोग प्यार से भी इतराते हैं,
कुछ लोग प्यार से भी इतराते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
Day moon
Day moon
Otteri Selvakumar
उनसे नज़रें मिलीं दिल मचलने लगा
उनसे नज़रें मिलीं दिल मचलने लगा
अर्चना मुकेश मेहता
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
साया
साया
Harminder Kaur
रूठ मत जाना
रूठ मत जाना
surenderpal vaidya
जब दिल लग जाये,
जब दिल लग जाये,
Buddha Prakash
यह दुनिया सिर्फ उनका हाल-चाल पूछती है, जिनके हालात ठीक है, त
यह दुनिया सिर्फ उनका हाल-चाल पूछती है, जिनके हालात ठीक है, त
Ranjeet kumar patre
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
Shweta Soni
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से मदहोश होकर,
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से मदहोश होकर,
शेखर सिंह
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
"दिल को"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारी जुदाई मानो
हमारी जुदाई मानो
हिमांशु Kulshrestha
कल जो रहते थे सड़क पर
कल जो रहते थे सड़क पर
Meera Thakur
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
Sonam Puneet Dubey
Loading...