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31 May 2024 · 1 min read

एक स्त्री चाहे वह किसी की सास हो सहेली हो जेठानी हो देवरानी

एक स्त्री चाहे वह किसी की सास हो सहेली हो जेठानी हो देवरानी हों ननद हो व अन्य रिश्ते जुड़े हों
अगर वह खुद को नहीं जानतीं तो वो ख़ाक किसी स्त्री की शरीर मन और भावनाओं को समझ सकतीं हैं
– पंकज कुमार

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