एक सवाल
एक बार धरती ने पूछा
आसमान से एक सवाल
क्यों जल को मेरा ही लेकर
मुझ पर वर्षा तुम करती हो
तब बोला आसमान मुस्काकर
जल लेकर जब जल देता
तभी उम्मीद जगाता धरा पर
फिर एक बार धरती ने पूछा
आसमान से एक सवाल
क्यों ना करती छाँव धरा पर
जवाब दिया फिर आसमान ने
छाँव मे रुकी वृद्धि को तरु की
धूप दिलाकर करती आसान