Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2021 · 2 min read

एक सपना

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जिंदगी में कुछ रिश्ते ऐसे ख़ास होते हैं या कुछ ऐसे लोग मिलते हैं जो इतने ख़ास हो जाते हैं की जैसे मरते दम कभी जायेंगें ही नहीं और फिर वक़्त का एक ऐसा तूफ़ान आता है की सब कुछ अपने साथ उड़ा कर ले जाता है ,रिश्तों और इन लोगों के वायदों को ऐसा नेस्तनाबूद कर देता है की रिश्ते अंदर से मर कर केवल बाहर से जिन्दा रह जाते हैं और ऐसा लगता है की बाकी के लोग हमारी जिंदगी में आये ही नहीं थे ,एक सपना था ,आँख खुली और टूट गया …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी -ऊपरी दिखावे वाली जिंदगी में जिस तरह के संस्कार माँ बाप अपने बच्चों को देते जा रहे हैं ,वो दिन दूर नहीं है जब बच्चे अंतिम संस्कार तक के लिए समय नहीं निकाल पायेंगें ,देख लीजिये ज्यादातर जिन्होंने भी बच्चों को बाहर भेजा है वो उनकी शक्ल भी देखने को तरस गए हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की बचपन में रिश्तों में -दोस्ती में -पड़ोस में कोई लड़ाई हो भी जाती थी तो शाम तक या अगले दिन फिर वही याराना -प्यार -नोंकझोंक और समझदार होते ही अगर वापिस इन्हीं के बीच में तकरार हो जाती है तो आजकल तो शब्द इतने हलके हो गए हैं की फिर तो मुलाकात अंतिम यात्रा के समय ही होती है …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की कहा जाता है की समय बड़े से बड़े घाव को भर देता है पर मुझे लगता है की हकीकत ये है की इंसान फिर उस दर्द के साथ ही जीने का आदी हो जाता है क्यूंकि वो अंधेरों में रिश्तों के इतने रंग देख लेता है की फिर उसे उजालों में देखने से परहेज हो जाता है …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“??विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान
???
⚛️?☸️??

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Comment · 486 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"शुभकामना और बधाई"
DrLakshman Jha Parimal
👍👍
👍👍
*प्रणय*
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
गुमनाम 'बाबा'
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जहां आस्था है वहां प्रेम है भक्ति है,
जहां आस्था है वहां प्रेम है भक्ति है,
Ravikesh Jha
*शिक्षक जुगनू बन जाते हैँ*
*शिक्षक जुगनू बन जाते हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नर जीवन
नर जीवन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
त्याग
त्याग
Punam Pande
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
ए मौत आ, आज रात
ए मौत आ, आज रात
Ashwini sharma
" श्रम "
Dr. Kishan tandon kranti
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
सत्य कुमार प्रेमी
۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔غزل۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔غزل۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
Dr fauzia Naseem shad
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
gurudeenverma198
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
परिस्थिति और हम
परिस्थिति और हम
Dr. Rajeev Jain
3279.*पूर्णिका*
3279.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अध्याय 8*
*अध्याय 8*
Ravi Prakash
अंहकार
अंहकार
Neeraj Agarwal
हर कदम प्यासा रहा...,
हर कदम प्यासा रहा...,
Priya princess panwar
ज़िंदगी जीने के लिए है
ज़िंदगी जीने के लिए है
Meera Thakur
हट जा भाल से रेखा
हट जा भाल से रेखा
Suryakant Dwivedi
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
Ranjeet kumar patre
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष की
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष की
Shashi kala vyas
एकांत
एकांत
Akshay patel
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
कवि रमेशराज
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...