एक वेदना
जिंदगी में आकर जो जाते रहे
प्रेम करता हूं हमसे बताते रहे
कल मिलेंगे बताकर चले तुम गये
मिल सके न कभी बस सताते रहे ।1
ऐसे कैसे एक हृदय दो बदन हो गये
हम मिले भी नही और स्वजन हो गये
कहने वाले कहकर चले जायेंगे
बात चलती रही और सपन हो गये ।2
फिर ऐसी जवानी का क्या फायदा
बिन पूरी कहानी का क्या फायदा
संग चले न किसी के जो दो भी कदम
फिर ऐसी रवानी का क्या फायदा ।3
बात कैसी भी हो तुम कहोगे कहां
अब बता दो सही में चलोगे कहां
जान जाने से पहले आ जाइये
गर मिले न यहां तो मिलोगे कहां।4
जो व्यथा दे के तुम चले जाओगे
बाद मे तुम भले ही चले आओगे
पाओगे देखने को कभी भी नही
मिल सकी जो नही तो कहां जाओगे ।5