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18 Nov 2019 · 1 min read

एक विडम्बना

परेशान इन्सान
रसातल में जाती
इन्सानियत
दुषित पर्यावरण
फैलता प्रदूषण
हर जगह भीड़
बढती मंहगाई
विदेशों का चस्का
उपेक्षित माता पिता
भरते वॄध्दाश्रम
खाली होते गाँव
पलायन शहर
कम होते पशुधन
मिलावट जमाखोरी
आखिर है कौन
जिम्मेदार
इन हालातों का
इन्सान और
सिर्फ इन्सान

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
1 Like · 399 Views
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